-संभागायुक्त एस.एन. राठौर ने चिकित्सा कर्मियों हेतु कड़े सुरक्षा उपायों के दिए निर्देश
-चिकित्सा संस्थाओं में होगी पुलिस चौकी की स्थापना, आगन्तुकों पर रखी जाएगी कड़ी निगरानी
दुर्ग। छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत दुर्ग संभाग में संचालित समस्त चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत स्टाफ की सुरक्षा उपायों के तत्काल क्रियान्वयन के लिए संभागायुक्त एस.एन. राठौर की अध्यक्षता में संभागीय आयुक्त कार्यालय दुर्ग के सभाकक्ष में विगत दिन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के पुलिस महानिरिक्षक रामगोपाल गर्ग, राजनांदगांव के डीजी मोहित गर्ग, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, राजनांदगांव के कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, चन्दूलाल चिकित्सा महाविद्यालय कचांदुर दुर्ग एवं चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सालय के डीन डॉ तृप्ति नागरिया, डॉ. कुजलदीप सिंह सांगा, भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव के प्रशासकीय अधिकारी डॉ टेकन कुमार, चिकित्सक डॉ पवन जेठानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान संभागायुक्त श्री राठौर ने चिकित्सा कर्मियों को प्राप्त कानूनी संरक्षण को प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करने, सुरक्षा और हिंसा रोकथाम के लिये समितियों के गठन, चिकित्सा संस्थाओं में प्रवेश पर नियंत्रण, चिकित्सा कर्मियों के लिए सुरक्षा प्रावधान, पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था एवं निगरानी, रात्रिकालीन सुरक्षागश्त, चौबीसों घंटे सुरक्षा नियंत्रण कक्ष की स्थापना, स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय, यौनउत्पीडऩ घटना की रोकथाम हेतु गठित आंतरिक समिति के बेहतर संचालन, चिकित्सा संस्थाओं में पुलिस चौकी की स्थापना एवं पुलिस प्रशासन के माध्यम से सुरक्षा ऑडिट कार्य, हेल्पलाईन नंबर 112 के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित करना आदि विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर संबंधित विभाग अधिकारियों को क्रियान्वयन हेतु निर्देशित किया।
संभागायुक्त श्री राठौर ने अवगत कराया कि कोलकाता के आरजीकर अस्पताल में हुई घटना के बाद उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुसार भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा दिशा-निर्देशों जारी किए गए है। छत्तीसगढ़ सरकार ने उक्त आदेश का पालन करते हुए एवं मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कार्यवाही के निर्देश दिए है। उन्होंने चन्दूलाल महाविद्यालय कचांदुर एवं चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सालय में क्रियान्वित गतिविधियों का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्थ करने संबंधी आवष्यक निर्देष दिए।
चिकित्सा कर्मियों को प्राप्त कानूनी संरक्षण का प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शन
संभागायुक्त श्री राठौर ने कहा सभी चिकित्सा कर्मियों एवं चिकित्सालय में आने जाने वाले नागरिकों को अपराध की सजा एवं बचने के उपाय का ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने चिकित्सा संस्थाओ में चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिये बने भारतीय न्याय संहिता और राज्य कानूनों की संबंधित धाराओं का विवरण, जिसमें उल्लंघन के लिये दंड का स्पष्ट रूप से उल्लेख हो, प्रमुख स्थानों पर स्थानीय, हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में प्रदर्शित किया जाने की बात कही। जिससे सभी कर्मचारी, मरीज और आगंतुक इसके प्रति जागरूक हो सके।
सुरक्षा और हिंसा रोकथाम के उपाय हेतु समिति का गठन
संभागायुक्त ने शासकीय चिकित्सालयों में वहां के वरिष्ठ चिकित्सकों और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से एक अस्पताल सुरक्षा समिति और हिंसा रोकथाम समिति का गठन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा उक्त समितियों को स्वास्थ्य संस्थाओं के परिसर में व्यापक सुरक्षा उपायों की योजना बनाने और उन्हें लागू करने का उत्तरदायित्व सौंपे जाए एवं समय-समय पर गठित समितियों के कार्यों की मॉनिटरिंग की जाए। सुरक्षा समितियां स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें।
चिकित्सा संस्थाओं में प्रवेश पर नियंत्रण व निगरानी
संभागायुक्त श्री राठौर ने निर्देषित करते हुए कहा सुरक्षा चिकित्सा संस्थाओ में सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाए। चिकित्सा संस्थाओ में आम जनता और मरीजों के रिश्तेदारों के प्रवेश को सख्ती से नियंत्रित किया जाए। आंगतुक पास नीति को कड़ाई से लागू किया जाए। रात्रि के समय आगन्तुकों को प्रवेष न दिया जाए। परिसर में मरीजों के रिश्तेदारों के गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
चिकित्सा संस्थाओं में पुलिस चौकी की स्थापन
संभागायुक्त ने शासकीय एवं निजी 100 बिस्तर एवं उससे अधिक चिकित्सा अस्पतालों में आवष्यक रूप से पुलिस चौकी की स्थापना के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल की व्यवस्था करने एवं उक्त पुलिस चौकी का दूरभाष नंबर अस्पताल के मुख्य स्थानों पर प्रदर्शित किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने चिकित्सा संस्थाओं में समय समय पर पुलिस प्रशासन के माध्यम से सम्पूर्ण चिकित्सा परिसर का सुरक्षा ऑडिट कराये जाने एवं अंतर विश्लेषण अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाने की बात कही। संभागायुक्त ने कहा कैंपस के आस-पास भी असामाजिक तत्वों का प्रतिबंधन सुनिश्चित किया जाए।
हेल्पलाइन नंबर 112 के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित करना
संभागायुक्त श्री राठौर ने कहा चिकित्सा सस्थाओं परिसर में किसी भी अप्रिय घटना के संबंध में प्राप्त शिकायती फोन कॉल के त्वरित निराकरण हेतु हेल्पलाइन नंबर 112 का उपयोग करने के लिये आवश्यक व्यवस्था एवं इसका चिन्हांकन अस्पतालों के मुख्य स्थानों पर किया जाना सुनिष्चित करे। लोक निर्माण विभाग दुर्ग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि चौबीसो घंटे सुरक्षा व्यवस्था हेतु कक्ष निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है।
संभागायुक्त श्री राठौर ने चंदूलाल चंद्राकर चिकित्सालय एवं कॉलेज परिसर में मरम्मत कार्यों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने चिकित्सालय एवं कॉलेज परिसर के पहुंच मार्ग निर्माण, परिसर में सीसीटीवी कैमरा, पर्याप्त लाइटिंग तथा सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करने निर्देशित किया। संभागायुक्त ने अवगत कराया कि उक्त व्यवस्थाओं की पूर्ति शासन द्वारा उपलब्ध बजट से की जाएगी। उन्होंने आश्वासित किया कि उपलब्ध बजट की कमी की स्थिति में उक्त कार्य हेतु व्यय चिकित्सा महाविद्यालय के मामले में संबंधित चिकित्सा महाविद्यालय संबंद्ध चिकित्सालय की स्वशासी समिति में उपलब्ध राशि का अंतरण किया जाएगा तथा जिला चिकित्सालय/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के मामले में संचालक, स्वास्थ्य सेवायें को प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा। दोनों स्थिति में बजट की कमी होने पर शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा।
Add A Comment