आरएसएस, विहिप व बजरंगियों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आई पुलिस, 5 आरोपी हिरासत में
दुर्ग। मोहननगर पुलिस थाना अंतर्गत आर्यनगर क्षेत्र में रविवार की रात मारपीट की बड़ी वारदात सामने आई है। यहां आरएसएस कार्यालय के पास खड़े विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता अंजय ताम्रकार व उसके एक साथी समर्थ ताम्रकार पर आसामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया। लात, मुक्के और पत्थर के हमले से अंजय ताम्रकार को शरीर के कई हिस्सों में चोटें आई है। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मारपीट का कारण सड़क से वाहन हटाने का विवाद को बताया गया है। विवाद से आक्रोशित आसामाजिक तत्वों ने अंजय ताम्रकार पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। अंजय को आर्यनगर स्थित गायत्री हॉस्पिटल की ओर भागकर अपनी जान बचानी पड़ी थी। अंजय के पीछे-पीछे आसामाजिक तत्व भी गायत्री हॉस्पिटल पहुंच गए थे। बताया गया है कि गायत्री हॉस्पिटल में आसमाजिक तत्वों ने उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की,लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचते ही। सभी आसामाजिक तत्व फरार हो गए। बताया गया है कि मारपीट के दौरान आसामाजिक तत्व नशे में धुत थे। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता अंजय ताम्रकार व उसके साथी के साथ मारपीट की घटना की खबर लगने पर रात में ही विश्व हिन्दू परिषद्, आरएसएस व बजरंग दल के कार्यकर्ता मोहन नगर पुलिस थाना पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान आसामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी को लेकर थाने में जमकर नारेबाजी की और पुलिस पर दबाव बनाया। फलस्वरुप हरकत में आई पुलिस द्वारा मारपीट करने में शामिल बापू, राधे, लक्की सरदार, नितेश जैन, विकास ठाकुर को रात में ही हिरासत में ले लिया गया। सभी ग्रीन चौक क्षेत्र के निवासी बताए गए है। मारपीट की इस घटना में पुलिस को अभी भी एक दर्जन से अधिक युवकों की तलाश है। जिनके पुलिस द्वारा सरगर्मी से खोजबीन की जा रही है। मारपीट की इस घटना के रात में सामने आने से मोहननगर पुलिस थाना में रात में ही आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद् व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी। जिससे घंटों गहमा गहमी का माहौल निर्मित रहा। जिला पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला और सीएसपी चिराग जैन मोहननगर पुलिस थाना पहुंचे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए वे स्वयं मॉनिटरिंग करते रहे।