-बाढ़ में फंसे लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर निकाला बाहर
दुर्ग । दुर्ग जिले समेत अन्य जिलों में हुए बारिश और बैराजों से छोड़े गए दो लाख क्यूसेक पानी से शिवनाथ नदी उफान मार रहा है। जिससे शिवनाथ नदी के तटवर्ती इलाकों में बसे गांवों बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन गांवों में चंगोरी, आलबरस, खाड़ा, रुदा, बिरेझर, भोथली, तिरगा झोला, बेलौदी, मालूद, भेड़सर, महमरा, कोटनी, पिपरछेड़ी, भरदा के अलावा आसपास के गांवों शामिल है। बाढ़ के पानी में ग्रामीणों के फंसे होने की लगातार सूचना एसडीआरएफ की टीम को मिल रही है। नंदिनी थाना अंतर्गत अरसनारा और जेवरा सिरसा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम भेड़सर में फंसे ग्रामीणों को एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। ग्राम अरसनारा में 10 लोग और ग्राम भेड़सर में 2 लोग बाढ़ में फंसे हुए थे। इसके अलावा पुलगांव नाका के पास भी बाढ़ के पानी मेें करीब एक दर्जन से अधिक रहवासियों के फंसे होने की सूचना मिली थी। सूचना पर एसडीआरएफ और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और पानी में फँसे लोगों को बोट की मदद से निकाला गया। इस दौरान महापौर धीरज बाकलीवाल और आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने रेस्क्यू कार्य के दौरान अपनी गंभीरता और सक्रियता का परिचय दिया। बताया गया है कि शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। दोपहर की स्थिति में समाचार लिखे जाने तक शिवनाथ नदी के पुराने पुल से करीब 10 फीट ऊपर पानी चल रहा था। वहीं महमरा एनीकेट में करीब 16 फीट ऊपर पानी था। पुलगांव नाला भी पुरी तरह पानी में डूब चुका था। शिवनाथ नदी का जलस्तर बढऩे से शिवनाथ का पानी शहरी क्षेत्र की ओर बढऩे लगा है। जिससे शहरी क्षेत्र में शिवनाथ नदी के आसपास के रहवासियों में दहशत का माहौल है। शिवनाथ नदी के पुराने पुल से बाढ़ का पानी डीपीएस स्कूल तक पहुंच गया है।
महमरा एनीकेट का पानी नदी रोड पर स्थित पंचवटी मांगलिक परिसर तक आ गया है। पुलगांव नाला के दोनों ओर खेतों में लबालब पानी भर गया है। बाढ़ का पानी पुलगांव नाका के पास स्थित नवकार परिसर तक आ गया है। वहीं इस पानी ने रिलायंस पेट्रोल पंप को अपने आगोश में ले लिया है। मांगलिक परिसर जलाराम वाटिका के पास भी लबालब पानी भरा हुआ है। पोटिया रोड पर भारती कालेज के आसपास भी पानी जमा हो गया है। रहवासी क्षेत्र महेश कालोनी के घरों में पानी घुसना शुरु हो गया है।
जबकि शिवनाथ नदी के पुराने पुल के पास स्थित ठाकुर होटल के पीछे स्थित बस्तियां पानी में डूब गई है। ठाकुर होटल भी पानी से लबालब भरा हुआ है। इन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी पहुंचने से शिवनाथ नदी ओवरब्रिज, पुलगांव नाला ओवरब्रिज और पोटिया रोड को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। इन स्थानों पर बैरिकेट्स लगाकर पुलिस की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। शिवनाथ नदी का लगातार बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ व गोताखोरों की टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी शिवनाथ नदी के बढ़ते जलस्तर पर बराबर नजरें बनाए हुए हैं। बहरहाल शिवनाथ नदी के तटवर्ती क्षेत्र पर स्थित गांवों के लोगों की शिवनाथ नदी के पानी ने मुसीबत बढ़ा दी है। उनकी उचित व्यवस्थापन के लिए जिला प्रशासन की टीम सक्रिय है।